पूरे देश में मशहूर कोटद्वार के सिद्धबली धाम में चल रहे वार्षिक रजत जयंती महोत्सव में आज अंतिम और तीसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में आचार्य बालकृष्ण कोटद्वार पहुंचे।
सिद्धबली मंदिर में आज तीसरे और अंतिम दिन सुबह 5:00 बजे पिंडी अभिषेक के साथ ही एकादशी कुंड यज्ञ शुरू हुआ तथा उसके समापन के बाद जागर का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ और उसके बाद सिद्धबली बाबा को चढ़ाने वाले सवा कुंटल के रोट प्रसाद का वितरण हुआ।
आज सिद्धबली महोत्सव में तीसरे और अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में आचार्य बालकृष्ण पहुंचे तथा उन्होंने सिद्धबली की पूरे देश में फैली ख्याति और उसका महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि कोटद्वार को राजा भारत की भूमि के नाम से जाना जाता है पर अब कोटद्वार को सिद्धबली बाबा के धाम के रूप में भी जाना जाता है।
वही आज कोटद्वार में अंतिम दिन के महोत्सव में आचार्य बालकृष्ण पतंजलि योगपीठ,आधुनिक भीम विश्वपाल जयंत भी शामिल हुए।
सिद्धबली बाबा के भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए आज मुख्य गायक के रूप में प्रमोद त्रिपाठी तथा मुकेश मिश्रा ने बाबा के भजन गाए। प्रमोद त्रिपाठी तथा मुकेश मिश्रा के भजनों पर आए हुए भक्तों ने खूब आनंद लिया तथा खूब झुमे।