उत्तराखंड पुलिस को यूं तो मित्र पुलिस कहा जाता है , ताकि मित्र किसी आफत में मित्र की सहायता करे। लेकिन जब खाकी पहने ही लुटेरे बन जाएं तो जनता किस के पास जाए, जी हां मामला उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का है जब खाकी के भेष में बड़ी रकम को ठिकाने लगाया जा रहा था।
देहरादून प्रेम नगर थाने का एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां थाने में पहुंचे यशपाल सिंह नाम के व्यक्ति ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई कि वो प्रॉपर्टी का काम करता है और कुछ समय पहले उसकी मुलाकात कुंदन नेगी जो चमोली जिले का रहने वाला है उस से हुई थी, कुंदन ने बताया कि उसके परिचित राजेश रावत, राजेश चौहान और राजकुमार चौहान जो मूल रूप से मोरी उत्तरकाशी जिले के रहने वाले हैं, उनके पास लगभग 20 हजार डॉलर है, जिन्हें वो कम दाम में बदलवाना चाहते हैं, कुंदन ने शिकायतकर्ता को विश्वास में लेते हुए डॉलर का सौदा करीब 8 लख रुपए में तय किया। इसके बाद कुंदन नेगी के कहने पर डॉलर का सौदा करने 7 लाख 50 हजार में तय हो गया और वो पूरी रकम लेकर बालाजी मंदिर झाझरा के पास पहुंचे जहां उन्हें राजेश रावत ,राजेश चौहान ,राजकुमार चौहान और एक अन्य व्यक्ति जो हसीन उर्फ अन्ना मिला , इस बीच आपस में बातचीत करने के दौरान अचानक वहां दो व्यक्ति और आ गए जो अपने आप को पुलिस वाला बता रहे थे, उनमें से एक ने पुलिस की वर्दी पहनी थी तो एक सिविल ड्रेस में था, दोनों ने मौके पर मौजूद अन्य लोगों को डराया ग उनके साथ मारपीट की और गली गालोच कर वहां से भगा दिया। इस दौरान दोनों व्यक्तियों द्वारा उन पैसों में से ढाई लाख रुपए वापस दिए, शिकायत के आधार पर तत्काल थाना प्रेम नगर में मुकदमा दर्ज किया गया, घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि प्रेम नगर थाना पुलिस की टीम गठित की गई, गठित टीमों द्वारा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरा और सर्विलांस के माध्यम से जानकारियां जुटा गई ,घटना में शामिल 3 पुलिस कर्मियों सहित कुल सात लोगों को हिरासत में लिया गया, मुकदमे के आधार पर नगद राशि बरामद की गई आरोपियों से पूछताछ में घटना में शामिल दो अन्य व्यक्तियों के नाम का भी खुलासा किया जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना की गई । अजय सिंह ने बताया कि इस घटना में डकैती की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है और पुलिस को शक है कि ये लोग पहले से सक्रिय है और किसी और को झांसे में में लें इसके लिए इन सब से पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार अपराधियों के पास सिर्फ 4 डॉलर थे जब की बाकी सब नकली थे।
बाइट -अजय सिंह, एसएसपी देहरादून