कोटद्वार में ऑटो और ई रिक्शा चालकों से नगर निगम द्वारा पार्किंग शुल्क लिए जाने पर सियासत गरमा गई है नगर निगम कोटद्वार के द्वारा ऑटो,टेंपो चालक और ई रिक्शा चालक को सड़क पर खड़े होने के लिए पार्किंग शुल्क देने के लिए नगर निगम द्वारा एक टेंडर होने जा रहा है जिसमें ऑटो रिक्शा,टेंपो और ई रिक्शा चालकों का कहना है कि हम जहां ऑटो स्टैंड पर खड़े होते हैं वह जमीन या तो राष्ट्रीय राजमार्ग है या पीडब्ल्यूडी की रोड है।
परंतु नगर निगम अपनी मनमानी से ई रिक्शा और ऑटो चालकों को शुल्क देने के लिए मध्य करने जा रहा है इस संबंध में ऑटो चालकों का एक दल विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी के पास पहुंचा जहां उन्होंने अपनी समस्या से विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया इसके बाद रितु खण्डूरी ने ऑटो चालकों को किसी भी प्रकार का शुल्क न देने के लिए कहा क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग और पीडब्ल्यूडी की सड़क पर निगम कोई शुल्क नहीं ले सकता है नगर निगम अपनी भूमि पर ही शुल्क लेने के लिए मान्य है। रितु खंडूरी ने ऑटो चालकों को आश्वासन दिया कि अगर इस प्रकार की कोई कार्यवाही नगर निगम कोटद्वार के द्वारा की जाती है तो कोटद्वार विधायक ऑटो चालकों के साथ खड़ी है इस आश्वासन के बाद ऑटो चालकों ने भी राहत की सांस ली।
परंतु वही नगर निगम मेयर कोटद्वार शैलेंद्र रावत ने कहा कि यह निगम के अधिकार क्षेत्र में है आए दिन बिना पार्किंग के पुलिस वाले ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा चालकों को परेशान करते रहते हैं। इसके लिए हमने पुलिस के साथ मिलकर ऐसी जगह चिन्हित की है जो टेंडर होने के बाद जहां खड़े हैं वहां ऑथेंटिक पार्किंग हो जाएगी जिससे पुलिस उन्हें परेशान नहीं करेगी।
वहीं नगर आयुक्त वैभव गुप्ता ने बताया कि नगर निगम एक्ट के अनुसार रोड चाहे किसी भी विभाग की हो मगर फुटपाथ मैनेजमेंट की व्यवस्था नगर निगम की होती है उस पर पार्किंग की व्यवस्था भी नगर निगम के द्वारा की जा सकती है पूर्व में भी देवी रोड पर एसबीआई बैंक के सामने पार्किंग को लेकर भी विरोध हुआ था परंतु उसका भी संचालन नगर निगम कोटद्वार के द्वारा किया जा है क्योंकि नगर निगम एक्ट में इसका प्रावधान है।
अब देखना यह है कि कोटद्वार मे ऑटो चालकों को पार्किंग शुल्क देना है या नहीं।